fiza Tanvi

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आगाज़ ए ज़िन्दगी


Part....1st
खुवाबो 
आगाज़ ए ज़िंदगी......

इस ज़िन्दगी का आगाज़ हर लड़की करती है..
इस किनारे पर हर लड़की के खुवाबो की नाव आकर टिकती हैं। लेकिन सबका अपना नसीब होता है...
किसी को खुवाबो का बागवान मिलता है..
तो किसी काँटों की आंगन यहाँ  से हर लड़की कि किस्मत जुए की तरह हो जाती हैं.
हमसफर अच्छा हो तो जिंदगी खूबसूरत हो जाती हैं.
ताज़ी खिले हुए फूलों की तरह..
अगर हमसफर अच्छा ना हो तो पूरी उम्र दाग बन कर दामन पर फैलती रहती है...

हर लड़की का ख़्वाब होता है, उसे बेहतरीन हमसफ़र मिले जो उसकी दुनिया खुबसूरत बना दे...

जो उसे प्यार, मोहब्बत और इज्ज़त दे जिस की हर लड़की तलबगार होती है.....

मैं भी अपने रब से बहुत दुआ करती थी .
मुझे नेक और मोहब्बत करने वाला हमसफर मिले.


जो दुनिया की सभी नेमते मेरे क़दमो में लाकर रखने की आरज़ू रखता हो.

आखिरकार मेरी दुआ क़बूल हो गई...
मैं बहुत खुशनसीब हूं, जो मुझे नुवैद मिले..

कहते हैं जिस से आप प्यार करो वो भी तुमसे प्यार करे ये अच्छा नसीब होता है...


और जो सिर्फ आपसे प्यार... बिना हिसाब किताब के तो अल्लाह के रेहमत आप पर उतरती हैं....

नुवैद कहते हैं, मैंने ज़रूर कोई ना नेकी की होंगी तभी तुम मिली हो...

मुझे हमेशा से डर लगता है कि कैसा परिवार  मिलेगा
पता नहीं मुझे समझेगा भी या नहीं .


लेकिन मेरे रब का शुक्र है। मेरी फैमिली बहुत प्यारी हैं...
सब मेरी दिल से परवा करते हैं..

कभी कभी मेरी आंखें भीग जाती हैं जब मै .अपने अल्लाह का शुक्र अदा करती हुँ..
ऐसी बेनियाज़ फॅमिली देने पर..


फ़िज़ातन्वी ....


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2 Comments

Reena yadav

14-Sep-2023 05:31 PM

👍💐

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बहुत खूबसूरत लिखा है आपने 👌🏻दिलों को बयां करती रचना। Congrats👏🏻👏🏻

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